उन तनहा ढलती शामो को,
तड़प कर गुजरे, उन यादो को,
जब ढूंढता था मै, हर चेहरे में तुम्हे,
बस दिखती थी तुम ही तुम मुझे,
वो तुम्हारे सादगी के सदके,
छलकते आँखों के पैमाने,.और वो झूठी मुस्कान,
आज तुम यूं ही छोड़ उन्हें, क्यों मेरी दुनिया से जाते हो?
रुक जाओ!....न जाओ!....वापस आ जाओ!......
बस इतना ही कह दो की हम तुमसे नफरत करते है!
जी लेंगे हम जिन्दगी, तुम्हारे इन लफ्जो के सहारे,
पी लेंगे हम आंसुओ को, तुम्हारे दीदार के सहारे!
........पर भला तुम क्यों रुकोगी?
तुम तो ख्वाब हो, जो बस टूटता ही है!
दिल चाहे खरा सोना ही क्यों न हो, मुकद्दर रूठता ही है!
या फिर हो हवा का झोका,....जो कही रुकता नहीं,
या की हो उफनता कोई सैलाब,......जो
वीरान कर जाएगी मेरी दुनिया, अपने जाने के बाद!
सोचता हूँ की मै कौन हूँ?..क्यों तड़पता हूँ तुम्हारे लिए?
क्यों चाहता हूँ तुमको?...क्यों रोता हूँ तुम्हारे लिए?
क्या हक़ है मेरा की मै ये भी कहूँ....की कह दो मुझसे की हमें तुमसे नफरत है!
......तुम मेरी दुश्मन तो नहीं!......पर.... प्यार भी तो नहीं!
.....सिर्फ!......सिर्फ....एक लम्हा हो!......अतीत हो!....मेरी कल्पना हो!
मेरा ख्वाब हो!........पर एक बात याद रखना!...
गर कभी महसूस हो, की जरूरत है मेरी,........
तो बेझिझक आना!......और मुझे जगाना!....उन यादो की गहरी नींद से!...
की जिनमे सिर्फ तुम हो!...सिर्फ तुम हो!....सिर्फ तुम हो!!!!!!!!!!!
खुले होंगे सारे रस्ते तुम्हारे लिए,
क्योकि मेरे दिल के घर में दरवाजे ही नहीं है,
जो बंद हो जाये......वो भी भला ....तुम्हारे लिए!.........
बहुत सुन्दर,,
ReplyDeleteभावनाओं की संवेदनशील
अभिव्यक्ति......
बहुत सुन्दर भावप्रणव प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपको ये जानकार ख़ुशी होगी की एक सामूहिक ब्लॉग ''इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड ''शुरू हो चुका है.जिसमे भारतीय ब्लोगर्स का परिचय करवाया जायेगा.और भारतीय ब्लोग्स की साप्ताहिक चर्चा भी होगी.और साथ ही सभी ब्लॉग सदस्यों के ब्लोग्स का अपडेट्स भी होगा.ये सामूहिक ब्लॉग ज्यादा से ज्यादा हिंदी ब्लोग्स का प्रमोशन करेगा.आप भी इसका हिस्सा बने.और आज ही ज्वाइन करें.जल्द ही इसका काम शुरू हो जायेगा.
ReplyDeleteलिंक ये है
इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड
बहुत- बहुत धन्यवाद् शास्त्री जी!
ReplyDeleteआपकी प्रविष्टी भावनाओं की संवेदनशीलता को बखूबी अभिव्यक्त करती है!!
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